‘जहां 150 गाड़ियां होती थी वहां कल एक भी नहीं थी…’, नागपुर हिंसा पर क्या बोले फडणवीस-शिंदे

औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर एक दक्षिणपंथी संगठन के ज़रिए किए गए प्रदर्शन के दौरान धर्मग्रंथ जलाए जाने की अफवाह फैलने के बाद नागपुर में हुई हिंसा फैल गई. जिसके बाद कई घरों, वाहनों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने कहा कि हिंसा के मद्देनजर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अब मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरी तरह से सुनियोजित हमला लगता है. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने भी अपने बयान में यही कहा है.
‘पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं’
विधानसभा में बोलते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा,’नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया. अफवाह फैलाई गई कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जलाई गईं. यह एक सुनियोजित हमला लगता है. किसी को भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं है.’ उन्होंने कहा,’यह हिंसक घटना और दंगे पहले से ही योजनाबद्ध लग रहे हैं.’ फडणवीस ने कहा कि पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी.
‘पहले से सोची-समझी साज़िश…’
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा,’कल नागपुर में जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है. जो आगजनी हुई, जिसमें 2-4 हज़ार लोग इकट्ठा हुए और कई घरों को निशाना बनाया, पथराव किया, आगजनी की. मोमिनपुरा में, जहां 100-150 गाड़ियां खड़ी रहती थीं, वहां एक भी गाड़ी कल नहीं थी. पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ये पहले से सोची-समझी साज़िश तो नहीं है. लोगों पर हमला किया गया, पुलिस की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया.
4 डीसीपी भी हैं घायल
शिंदे ने आगे कहा,’इस घटना में 4 DCP स्तर के अधिकारियों के अलावा 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस पर हमला करने का मतलब है कानून को अपने हाथ में लेना. इन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री खुद इसका संज्ञान ले रहे हैं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे पुलिस का सहयोग करें और शांति बनाए रखें.’