Amarnath Yatra 2023: ‘कश्मीरियत दिखाने का यही सुनहरा मौका है’, अमरनाथ यात्रा का जिक्र कर बोलीं महबूबा मुफ्ती

अगले महीने से अमरनाथ की पवित्र यात्रा की शुरूआत होने वाली है. इसको लेकर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती का बुधवार (21 जून) को बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस यात्रा का समर्थन करने के लिए कहा है. इसी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि तीर्थयात्रियों की सेवा करके देश को कश्मीरियत दिखाने का ये सुनहरा मौका है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले और गांदरबल से पार्टी के पदाधिकारियों को अपने कार्यकर्ताओं को आगामी अमरनाथ यात्रा का समर्थन करने के लिए निर्देशित करने के लिए आमंत्रित किया था. महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यात्री हमारे मेहमान हैं, उनकी देखभाल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
‘घाटी ने दिया भाईचारे का संदेश’
उन्होंने आगे कहा, “ये हमारी परंपरा रही है. जब देश में हिंदू-मुसलमान संबंधों को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में घाटी वो जगह बनी हुई है जिसने देश को भाईचारे का संदेश दिया है. आज यह यात्रा हमारे लिए पूरे देश को एक बार फिर कश्मीरियत की याद दिलाने का सुनहरा मौका है.”
पीडीपी चीफ ने आगे कहा, “मैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से इस यात्रा को सफल बनाने, यात्रियों का स्वागत करने और उनकी हर तरह से मदद करने की अपील करती हूं.” समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अपनी बातचीत में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने फैसले के महत्व पर ऐसे समय में जोर दिया है जब मुसलमानों की दुकानों को ध्वस्त किया जा रहा है और उन्हें उत्तराखंड की तरह उनके घरों से बेदखल किया जा रहा है और धर्म के नाम पर लिंचिंग की जा रही है.
महबूबा मुफ्ती ने सरकार से भी की अपील
इसी के साथ उन्होंने सरकार से स्थानीय लोगों को भी कोई असुविधा न होने की अपील की है. उन्होंने कहा, “यात्रा को सुविधाजनक बनाते समय, या उनके आने-जाने के दौरान उन्हें सुविधाएं प्रदान करते समय, स्थानीय लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए जो इस यात्रा के वास्तविक मेजबान हैं.”
उन्होंने पिछले साल की यात्रा को याद करते हुए कहा, “पिछले साल हमने देखा कि कई मरीज अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाए, कुछ गर्भवती महिलाओं ने सड़कों पर बच्चों को जन्म दिया. इसलिए मैं सरकार से अपील करती हूं कि स्थानीय लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए.”