सोना आज सस्ता हुआ या महंगा? जानें 30 जुलाई 2025 को आपके शहर का ताजा भाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से यूक्रेन वॉर को लेकर रूस को नई चेतावनी, डॉलल की तुलना में लगातार कमजोर होते जा रहे भारतीय रुपये और क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बीच सोने की चमक तेज हुई है. निवेशकों की नजर अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से तय 1 अगस्त की टैरिफ समय-सीमा पर बनी हुई है. यूएस कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवार्ड लुटनिक का कहना है कि यूरोपीय यूनियन के साथ ट्रेड डील को लेकर पॉजिटिव हैं.
बुधवार 30 जुलाई 2025 को सोने का भाव 600 रूपये चढ़कर शुरुआती कारोबार में बना हुआ है. जबकि, चांदी भी 1,15,900 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रही है.
आइये जानते हैं आपके शहर में सोना और चांदी का क्या भाव चल रहा है-
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ ही जयपुर, अहमदाबाद और पटना में जहां 24 कैरेट सोना 1,00,630 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर पर उपलब्ध है तो आर्थिक राजधानी मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरू और कोलकाता में 24 कैरेट सोना 1,00,480 रुपये की दर पर कारोबार कर रहा है.
इसी तरह से 22 कैरेट सोना दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और पटना में जहां 92,250 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर पर बिक रहा है तो वहीं मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरू और कोलकाता में यह 92100 रुपये के भाव पर बाजार में उपलब्ध है.
राष्ट्रपति ट्रंप एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मेलन (एशिया पैसिफिस इकोनॉमिक को-ऑपरेशन) में हिस्सा लेने से पहले 30 अक्टूबर और 1 नवंबर के बीच चीन जा सकते हैं या फिर चीन के राष्ट्रपति शीन जिनपिंग के साथ साउथ कोरिया में आयोजित इस कार्यक्रम से इतर मुलाकात कर सकते हैं.
पिछले हफ्ते फेडरल रिजर्व गवर्नर क्रिस्टोफर वॉलर ने कहा कि उन्हें यह भरोसा है कि केन्द्रीय बैंक अगले हफ्ते होने जा रही नीतिगत मामलों की बैठक में ब्याज दरों में कटौती पर फैसला ले सकते हैं.
कैसे तय होता है रेट?
सोना और चांदी के दाम रोजाना आधार पर तय किए जाते हैं. कई फैक्टर सोना और चांदी की कीमत को तय करने के लिए जिम्मेदार है, जिनमें विनिमय मुद्रा दर, डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, सीमा शुल्क शामिल है. इसके अलावा, इंटरनेशनल मार्केट में किसी भी तरह के हलचल का सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ता है. अगर ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता की स्थिति होती है तो इन्वेस्टर्स मार्केट से दूरी बनाकर सोने जैसे चीजों में सुरक्षित निवेश को ही बेहतर विकल्प मानते हैं.
इसके अलावा, भारत में सोने का सामाजिक और आर्थिक महत्व भी है. यहां पर किसी भी शादी से लेकर पर्व त्योहार में सोने का होना बहुत ही शुभ माना जाता है. इसके अलावा, किसी परिवार के पास सोने का होना उस परिवार की संपन्नता का भी प्रतीक माना जाता है. सोना ने हर दौर में महंगाई की तुलना में बेहतर रिटर्न देनेवाला खुद को साबित किया है. यही वजह है कि हमेशा इसकी मांग बनी रही है.