कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन ने बेंगलुरु भगदड़ से झाड़ा पलड़ा, FIR रद्द कराने को लेकर पहुंची हाईकोर्ट

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की विजय रैली के दौरान हुई भगदड़ के मामले में कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने खुद पर दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग करते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की है.
यह याचिका केएससीए अध्यक्ष रघुराम भट, सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई.एस. जयराम ने दाखिल की है. याचिका में दलील दी गई है कि एसोसिएशन ने कार्यक्रम के लिए जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए थे और भीड़ नियंत्रण को लेकर निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन किया गया था. ऐसे में एफआईआर दर्ज किया जाना अनुचित है. इस याचिका पर सुनवाई आज दोपहर कर्नाटक हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति कृष्ण कुमार की पीठ करेगी.
4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान यह भगदड़ हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद राज्य सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दिए थे और केएससीए समेत कुछ आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. अब सबकी नजरें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं. इस घटना ने प्रशासन और आयोजकों की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के मार्केटिंग प्रमुख निखिल सोसले और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए नेटवर्क्स के वरिष्ठ अधिकारी सुनील मैथ्यू भी शामिल हैं.
पुलिस का कहना है कि हादसे के दौरान सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में गंभीर लापरवाही बरती गई थी. निखिल सोसले को उस वक्त हिरासत में लिया गया जब वे केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर रवाना हो रहे थे. बताया जा रहा है कि आयोजकों ने टिकट वितरण और प्रवेश व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बनी.