
महाराष्ट्र में अब तक आए रुझानों में NDA प्रचंड बहुमत हासिल करता दिख रहा है. महाराष्ट्र में नतीजों के साथ ही मुख्यमंत्री फेस को लेकर चर्चा तेज हो गई है. शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और समर्थक मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे को फिर से कमान देने की मांग कर रहे हैं. वहीं बीजेपी के नेता और समर्थक इस जीत का श्रेय देवेंद्र फडणवीस को देते हुए उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. अगर रुझान नतीजों में बदले तो बीजेपी राज्य में अपना हाई टाइम रिकॉर्ड तोड़ेगी. बीजेपी ने 2014 में 122 सीटों पर जीत हासिल की थी. ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी का दावा मजबूत हो गया है. हालांकि, देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तीनों पार्टियों के नेता बैठकर अगले मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे. उधर, एकनाथ शिंदे ने ऐसा बयान दिया जो बीजेपी की टेंशन बढ़ा सकता है.
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
चुनाव नतीजों के बीच एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये जरूरी नहीं है कि जिस पार्टी की सबसे ज्यादा सीटें हैं, उसी पार्टी का सीएम बने. भले ही शिंदे ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधे तौर पर बीजेपी की ओर था.
शिंदे के बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या एकनाथ शिंदे सीएम पद छोड़ने पर राजी नहीं होंगे या वे ‘नीतीश-नीति’ वाला दांव चल सकते हैं. बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जदयू ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में विपक्षी आरजेडी ने 75 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी 74 सीटों के साथ दूसरे नंबर की पार्टी थी. जबकि जदयू तीसरे नंबर की पार्टी बनी थी. इसके बावजूद बीजेपी नीतीश कुमार को सीएम बनाने के लिए राजी हो गई थी.
क्या एकनाथ शिंदे को फिर सीएम पद देगी बीजेपी?
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या बीजेपी बिहार की तरह महाराष्ट्र में भी एकनाथ शिंदे को सीएम पद देगी. इससे पहले जब एकनाथ शिंदे शिवसेना से बगावत करके आए थे तब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उन्हें सीएम बनाने पर राजी हो गई थी.