‘ऐसा खौफनाक मंजर पहले कभी नहीं देखा…’, इजरायल से लौटे भारतीयों ने सुनाई दास्तां, पीएम मोदी को कहा शुक्रिया

इजराइल में फलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के हमले के बाद जारी भीषण जंग और चारों तरफ बरसती मौत के साए से निकलकर वहां रह रहे भारतीयों की पहली टोली स्वदेश लौट आई है. भारत सरकार की ओर से चलाए गए ऑपरेशन अजय के तहत विशेष चार्टर्ड प्लेन से शुक्रवार सुबह 212 भारतीय नागरिकों को नई दिल्ली लाया गया है. यहां लैंड करने के बाद इन सभी के चेहरे पर संगीनों के साए से निकलकर वतन वापसी की खुशी साफ झलक रही थी.
यहां लैंड करने के बाद एक युवती ने कहा कि जिस दिन से इजरायल में हमले हुए (7 अक्टूबर), उसके तुरंत बाद भारत सरकार सक्रिय हो गई और हम लोगों के संपर्क में थी. उन्होंने कहा, “बहुत अच्छी तरह से हमारी स्वदेश वापसी हुई. भारत सरकार ने लगातार संपर्क रखा था और हर संभव मदद मिलती रही है.”
‘सुरक्षित वापसी के लिए पोर्टल किया लॉन्च’
एक अन्य शख्स जो अपनी बेटी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हवाई अड्डे पर उतरा था उसने मीडिया से बातचीत में भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा, “इजरायल के हालात के तुरंत बाद भारत सरकार से हर तरह से मदद मिलनी शुरू हो गई थी.” ऑपरेशन अजय कि सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत शानदार रहा.
उन्होंने कहा, “भारत सरकार ने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया जिस पर पंजीकरण बेहद आसान था. आधी रात को हम लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया और हमें बताया गया कि सुबह आपकी फ्लाइट है. अच्छा लग रहा है उस डरावने हालात से निकलकर हम अपने देश लौट आए.”
पांच महीने के बेटे को गोद में लेकर लौटी महिला की दास्तां
अपने पति के साथ इजरायल में रहकर कृषि पर रिसर्च करने वाली एक महिला ने कहा कि इजरायल में इस तरह के हालात की कल्पना उन्होंने कभी नहीं की थी. अपने 5 महीने के बेटे को गोद में लिए हुए मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “हम लोग 2 साल से वहां रह रहे हैं. सब कुछ अच्छा है. इजरायल की सेना (आईडीएफ- इजरायली डिफेंस फोर्स) ने शेल्टर होम बनाकर रखे हैं. हर तरह से सहयोग मिलता था, लेकिन इस बार हालत बहुत डरावने हो गए थे.”
हालांकि उन्होंने भारत सरकार की सराहना करते हुए कहा कि विदेश मंत्रालय और इजरायल में भारतीय दूतावास ने लगातार संपर्क साध कर रखा और हर तरह की मदद मिलती रही. अब स्वदेश लौटकर सुरक्षित महसूस हो रहा है.”
एक अन्य युवक जो वहां वैज्ञानिक शोध कार्यों से जुड़ा रहा उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, “इजरायल में पिछले 5 सालों से रह रहे हैं. वहां सुविधाएं बहुत अच्छी हैं. तकनीक के मामले में क्या ही कहना. दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक इजरायल है, लेकिन इस बार हालात डरावने हो गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का धन्यवाद, जिन्होंने भारतियों की चिंता की ओर तत्काल सुरक्षित वतन वापसी सुनिश्चित की है.”
उन्होंने जल्द ही इजरायल में हालात सामान्य होने की उम्मीद जताई और कहा कि हम चाहते हैं कि जल्द शांति बहाल हो ताकि हम दोबारा वहां काम पर लौट सकें.
इजरायल में चौबीसों घंटे सक्रिय है भारतीय दूतावास
एक अन्य शख्स ने भी स्वदेश वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इजरायल में भारतीय दूतावास 24 घंटे सक्रियता से काम कर रहा है. इसलिए स्वदेश वापस सुनिश्चित हो पाई है. इसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद.”
आपको बता दें कि भारत सरकार ने इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की स्वदेश वापसी के लिए ऑपरेशन अजय चलाया है. पहले बैच में शुक्रवार सुबह 212 नागरिकों को चार्टर्ड फ्लाइट से वापस लाया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इजरायल में कमोबेश 18000 भारतीय नागरिक रहते हैं, जिनमें छात्र पेशेवर और कारोबारी शामिल हैं. शुक्रवार को स्वदेश लौटे भारतीय नागरिकों की पहली टोली का स्वागत दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया है.