Modi Cabinet: 2024 से पहले कैबिनेट में होगा फेरबदल! अगर ऐसा हुआ तो क्या PM मोदी फिर लगांएगे इन पर दांव

कैबिनेट में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. सवाल यह है कि क्या प्रधानमंत्री एक बार फिर पूर्व नौकरशाहों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करेंगे? अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में होने की संभावना है. ये वही स्थान है जो इस साल सितंबर में G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
संभावित फेरबदल के लग रहे कयास
यह बैठक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा (JP Nadda) और महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष की बुधवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संभावित कैबिनेट फेरबदल की अटकलों के मद्देनजर हुई है.
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रधानमंत्री एक बार फिर कुछ पूर्व नौकरशाहों या टेक्नोक्रेट्स को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करते हैं.
मंत्रियों की बैठक संसद के मानसून सत्र और अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले हो रही है. आम चुनाव से पहले मोदी सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेगी. इस प्रकार सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले पूर्व नौकरशाहों पर दांव लगाने से सरकार को अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सकती है.
मोदी कैबिनेट में काबिल अफसरों की एंट्री
बीते नौ सालों में प्रधानमंत्री ने सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर नौकरशाहों को नियुक्त किया है, जिनमें एस जयशंकर, अश्विनी वैष्णव, हरदीप सिंह पुरी, आर.के. सिंह, सत्यपाल सिंह और के.जे. अल्फोंस शामिल हैं. जयशंकर और वैष्णव के मामले में उन्हें पहले कैबिनेट में शामिल किया गया और फिर राज्यसभा सांसद बनाया गया.
बीजेपी ने 2022 में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में दो पूर्व अधिकारियों को भी मैदान में उतारा – कानपुर के पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण और पूर्व प्रवर्तन निदेशालय (ED) अधिकारी राजेश्वर सिंह. अरुण इस समय राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री हैं. ऐसे में इस
संभावित कैबिनेट फेरबदल की सुगबुगाहट तेज होने के साथ सभी की निगाहें मोदी पर टिकी हैं कि क्या वह अपनी पसंद से फिर से आश्चर्यचकित करते हैं.