धर्मशाला: पठानिया बोले- डिजिटाइज होंगे भेड़ पालकों के चरान परमिट
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जंगलों में चारा प्रजाति के पौधों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके लिए कैंपा तथा अन्य विभिन्न योजनाओं के तहत बजट का प्रावधान किया जा रहा है। समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जिला चंबा, कांगड़ा के अधिकतर प्रयोग होने वाले आवागमन के रास्तों में तीन-तीन कुल स्थानों को चिह्नित कर एकीकृत विकास योजना के तहत डंपिंग टैंक, सरोवर एवं अस्थायी शेड की सुविधा आगामी तीन महीने के भीतर विकसित की जाएगी। वन मंत्री ने कहा कि भेड़ पालकों की भेड़-बकरियों की चोरी रोकने के लिए गंभीरता से कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस महानिदेशक ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं। कहा कि पशु चोरी की घटनाओं पर त्वरित पुलिस सहायता दी जाए। वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर, प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य अरण्यपाल डॉ. काप्टा ने बैठक में गैर सरकारी सदस्यों की ओर से भेड़ पालकों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करने का भरोसा दिया।