ममता बोलीं- भाजपा का गुनाह जनता क्यों भुगते; हावड़ा के पुलिस कमिश्नर को हटाया गया
पैगंबर पर कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क उठी। देश के तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में लोग सड़कों पर उतरे, तो कई जगह पथराव हुआ। उत्तर प्रदेश के 8 शहरों प्रयागराज, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर, हाथरस, अलीगढ़, जालौन में लोगों ने जमकर बवाल किया।
इधर, बंगाल के हावड़ा में लगातार दूसरे दिन, यानी शनिवार को भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। हावड़ा में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को देखते हुए यहां के पुलिस कमिश्नर को बदल दिया गया है।
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए एक बार फिर से भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि बीजेपी का गुनाह लोग क्यों भुगतें? ममता ने सोशल मीडिया पर लिखा- हावड़ा जिले में लगातार दूसरे दिन हिंसा हो रही है। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं, जो चाहते हैं कि दंगे हों। लेकिन यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने सवाल पूछा कि भाजपा के गुनाह और लोगों को तकलीफ? इधर, हावड़ा के हिंसाग्रस्त इलाकों में जाने की कोशिश कर रहे बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजुमदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उधर, रांची में हिंसा के बाद सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रभावित इलाकों को सील कर दिया गया है और सरकार ने किसी को भी घर से न निकलने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को जुमे की नमाज से लेकर अब तक पश्चिम बंगाल, UP और झारखंड में क्या कुछ हुआ, एक-एक करके समझते हैं…
1. पश्चिम बंगाल: लगातार दूसरे दिन बवाल जारी
शुक्रवार को शुरू हुआ बवाल शनिवार को भी जारी रहा। हावड़ा के पांचला बाजार में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। हालात को देखते हुए उलुबेरिया सब डिवीजन, हावड़ा के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों के आसपास 15 जून तक धारा 144 लागू कर दी गई है।
2. उत्तर प्रदेश: फेल रहीं पुलिस की तैयारियां
कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा के ठीक 7 दिन बाद UP के 8 जिलों में बवाल हुआ। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भीड़ सड़क पर उतर आई। नमाजी पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से नाराज थे। प्रयागराज, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, अंबेडकरगनर, हाथरस, अलीगढ़, जालौन में नमाजी सड़क पर उतर आए। पुलिस-प्रशासन दो दिनों से अलर्ट थी, लेकिन ऐन वक्त पर सारी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां फेल हो गईं।
सबसे ज्यादा बवाल प्रयागराज में हुआ। यहां अर्ध सैनिक बलों के कई सैनिक घायल हो गए। इसी तरह देवबंद में अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे। हालांकि, कानपुर में भारी पुलिस फोर्स तैनात होने की वजह से सब कुछ कंट्रोल रहा। शनिवार दोपहर तक सहारनपुर में 48, प्रयागराज में 68, हाथरस में 50, मुरादाबाद में 25, फिरोजाबाद में 8, अंबेडकरनगर में 28 गिरफ्तारी हुई थी। कुल 227 पकड़े जा चुके थे।