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प्रयागराज में है एक ऐसी चटोरी गली,जहां का अनोखा स्वाद आपको बना देगा दीवाना
संगमनरी प्रयागराज एक ऐतिहासिक शहर है, इस शहर की इमारतें, यहां के संस्कार, यहां के धर्म,रीति रिवाज, खान-पान सब कुछ ऐतिहासिक और अनोखा है.यहां के खानपान का स्वाद भी निराला है आपको यहां की गलियों,चौराहों,नुक्कड़ों में बेहद उम्दा स्वाद मिल जाएगा जिसकी बादशाहत पीढ़ियों से आज?

संगमनरी प्रयागराज एक ऐतिहासिक शहर है, इस शहर की इमारतें, यहां के संस्कार, यहां के धर्म,रीति रिवाज, खान-पान सब कुछ ऐतिहासिक और अनोखा है.यहां के खानपान का स्वाद भी निराला है आपको यहां की गलियों,चौराहों,नुक्कड़ों में बेहद उम्दा स्वाद मिल जाएगा जिसकी बादशाहत पीढ़ियों से आजतक कायम है.इन जायकोंके पीछे की कहानी को जानने जाएंगे तो पता चलेगा कि इनसे जुड़ा कितना लंबा इतिहास है.ऐसी ही एक चटोरी गली है जिसका जायका आपको दीवाना बना देगा.पुराने शहर के चौक में स्थित लोकनाथ की गली अपने अनोखे स्वाद के लिए मशहूर है.साथ ही इस गलीसे कई जाने-माने साहित्यकार,राजनेता,संगीतकारों ने निकल कर राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाई.यहां कास्वादिष्ट खान-पान सदियों सेलोगों की पहली पसंद बना हुआ है.जब भीआप प्रयागराज आएं तो यहां आना मत भूलिएगा.
मीठा,तीखा,चटपटा समेत हर प्रकार के व्यंजन हैं
चौक के ट्रैफिक और शोर से जब आप परेशान हो जाए तो पहुंच जाएं राजाराम की लस्सी पीकर आप सुकून महसूस करेंगे.तीखा खाने के शौकीन हैं तो फिर हरी एंड संस की दुकान आपके लिए ही है जहां के मसाले वाले नन्हें-नन्हें समोसो की डिमांड दूर-दूर तक है.अगर आप प्रयागराज की चाट को चखना चाहते हैं तो निराला की गरम-गरम देसी घी की चार्ट का मजा आप ले सकते हैं.इसके अलावा दूध के ताजा उत्पादों की खासा डिमांड यहां रहती है.घेवर,तरह-तरह की मिठाइयां,अचार पापड़ ,दालमोंठ,खस्ता,रबड़ी और भी बहुत कुछ.सभी दुकानों की आज अपनी एक खासियत और पहचान है.