नवरात्रि में मिलावट का ‘विष’: कुट्टू का आटा खाने से दो परिवार के 13 लोगों की हालत बिगड़ी, ये हुईं दिक्कतें
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धनारी थाने के सामने रहने वाले रामबाबू शर्मा के घर में नवरात्र के पहले दिन शनिवार की शाम को कुट्टू के आटे की कचौड़ी बनी थी। जिसे सभी लोग खाकर सो गए। रात को सोते समय कोई परेशानी महसूस नहीं हुई। रविवार की सुबह परिवार के लोग उठे, तो उन्हें उल्टी, दस्त होने लगे। चक्कर आने, आंखों में जलन की शिकायत भी होने लगी। इसके बाद रामबाबू, बड़े बेटा संकेत कुमार, बड़ी पुत्रवधु रिची शर्मा, छोटा बेटा संजीव शर्मा, राम बाबू की पत्नी फूलवती शर्मा की हालत बिगड़ गई। सभी को उपचार के लिए सीएचसी गुन्नौर ले जाया गया। वहां अब सभी के स्वास्थ्य में सुधार है।
इनके अलावा शनिवार की शाम को ही गांव धनारी की पूर्व प्रधान सुखलेश वार्ष्णेय के परिवार में भी कुट्टू के आटे से पकौड़ी बनाई गईं थीं। सभी का व्रत था और पकौड़ी खाकर सभी सोये थे। रविवार की सुबह उठने पर उनके परिवार के सभी सदस्यों को भी उल्टी, दस्त, चक्कर आने की शिकायत हुई। जिसमें पूर्व प्रधान सुखलेश, उनके पति दिनेशचंद, बड़ी पुत्रवधु शिल्पी वार्ष्णेय, दूसरा बेटा अतुल कुमार, दूसरी पुत्रवधु राजकुमारी, छोटा बेटा अंकित कुमार, छोटी पुत्रवधु संध्या वार्ष्णेय, बेटी अर्शिका का निजी चिकित्सक के यहां उपचार कराया गया। अब सभी की हालत में सुधार हैं।
जिम्मेदारों ने यह कहा-
एसडीएम गुन्नौर रामकेश धामा का कहना है कि गांव में कुट्टू के आटे की खाद्य सामग्री खाने से कुछ लोगों की तबियत बिगड़ी थी। अब सभी के स्वास्थ्य में सुधार हैं। इस मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिये गए हैं।