
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के दो दिग्गजों ने संन्यास लेकर सबको चौंका दिया है. पहले हिटमैन रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया और फिर विराट कोहली ने इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया. अब इन दोनों के संन्यास पर पूर्व भारतीय कप्तान और अपने समय के दिग्गज स्पिनर रहे अनिल कुंबले का बयान आया है.
इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले विराट कोहली और रोहित शर्मा के खामोशी से टेस्ट क्रिकेट से विदा लेने पर भारत के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले को हैरानी हुई है. कुंबले का मानना है कि इन दोनों सीनियर बल्लेबाजों को मैदान पर विदाई मिलनी चाहिए थी.
कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया. उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए. इसमें 30 शतक और सात दोहरे शतक शामिल रहे. किंग कोहली टेस्ट में भारत के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे.
इससे पहले पिछले बृहस्पतिवार को रोहित ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था.
अनिल कुंबले ने ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो’ से कहा, “यह बड़ी हैरानी की बात है. दो महान खिलाड़ी कुछ दिन के अंतर पर ही विदा हो गए. मुझे ऐसा लगा नहीं था. मैं हैरान रह गया हूं. मुझे लगा था कि वह अभी कुछ साल और टेस्ट क्रिकेट खेल सकता है. अब वह सिर्फ वनडे फॉर्मेट खेलेगा. कोई खिलाड़ी खेद के साथ नहीं जाता और मुझे यकीन है कि उसने इस पर काफी विचार किया होगा. आखिर में यह उसका फैसला है.”
भारत के लिए सर्वाधिक 619 टेस्ट विकेट लेने वाले कुंबले ने कहा कि इस दर्जे के खिलाड़ियों को फैंस के सामने विदा लेने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, “ये काफी खामोशी से चले गए. हर खिलाड़ी को अपने हिसाब से विदा लेनी चाहिये, लेकिन मैदान पर से. आर अश्विन के संन्यास के समय भी हमने यह बात कही थी. सीरीज के बीच में उसने संन्यास का एलान किया और ऑस्ट्रेलिया से भारत लौट आया.”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि इन तीनों (रोहित, विराट और अश्विन) को मैदान से विदाई देनी चाहिये थी. मेरा मानना है कि अधिकारियों को इस पर सोचना चाहिये. मुझे पता है कि यह सोशल मीडिया का जमाना है और प्रशंसक अपने सामने उन्हें विदा होते देखना चाहते होंगे.”
भारतीय टीम को 20 जून से इंग्लैंड का पांच टेस्ट का दौरा करना है. कुंबले ने कहा कि कोहली इस चुनौतीपूर्ण दौरे पर अहम भूमिका निभा सकते थे. उन्होंने कहा, “रोहित संन्यास ले चुका है और काफी समय कप्तान रहा. विराट भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहा है. इन दोनों में से एक को उस दौरे पर रहना चाहिये था. इंग्लैंड दौरा कठिन होगा.”