कोरोना से 331 अर्द्धसैनिक सुरक्षाकर्मियों की मौत, 40 प्रतिशत से ज्यादा जवानों ने दूसरी लहर में गंवाई जान
कोरोना का कहर अब भी देश में पूरी तरह थमा नहीं है. देश के कुछ राज्यों में तो मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. कोई भी इसकी चपेट से बच नहीं पा रहा है. गृह मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि केंद्रीय अर्धसैनिक बल में 331 जवानों की मौत कोरोना से हो गई है. इनमें से 40 प्रतिशत से ज्यादा मौतें दूसरी लहर में हुई है. Union Home Ministry के मुताबिक अब तक केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों Central Armed Police Forces (CAPF) में 84 हजार जवान कोरोना से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 331 की मौत हो गई है. इनमें से 35 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण और 40 प्रतिशत से ज्यादा मौतें मार्च के तीसरे सप्ताह से लेकर दूसरी लहर के चरम पर पहुंचने के बीच हुई हैं. गौरतलब है कि मार्च 2021 में कोरोना की दूसरी लहर ने देश में तबाही मचा दी थी. रोजाना चार लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले आ रहे थे और रोजाना हो रही मौतों की संख्या 4 हजार के आसपास थी.
सीआरपीएफ सबसे ज्यादा प्रभावित
अर्द्धसैनिक बलों में सबसे ज्यादा मौतें केंद्रीय रिजर्व पुलिस Central Reserve Police Force (CRPF) के जवानों की हुई है. कुल 84, 045 अर्द्धसैनिक बलों के जवान कोरोना से अब तक संक्रमित हुए, इनमें से 24840 जवान सिर्फ सीआरपीएफ से थे. कोविड 19 के कारण सीआरपीएफ को अपना 125 जवान खोना पड़ा. इसके बाद सीमा सुरक्षा बल The Border Security Force (BSF) में 22,978 जवान कोरोना संक्रमित हुए. इनमें से 90 जवानों की जान चली गई. सीआईएसएफ के Central Industrial Security Force (CISF) के 19,676 जवान कोरोना से संक्रमित हुए, इनमें से 76 की मौत हो गईं. यह डाटा पिछले साल कोरोना महामारी आने के बाद से इस महीने की 6 जुलाई तक के बीच का है.
99 प्रतिशत जवानों को मिल चुकी है वैक्सीन
मार्च 2020 में जब से कोरोना महामारी को प्रकोप बढ़ा है तब से 23 मार्च 2021 तक केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 53,343 जवान कोरोना से संक्रमित हुए और इनमें से 203 की मौत हो गई थी. लेकिन मार्च के बाद कोरोना की दूसरी लहर आई और कई जवानों को इसकी चपेट में ले लिया. दूसरी लहर के दौरान कोरोना से संक्रमित होने वालों में 15,610 सीआरपीएफ के जवान, 15,610 बीएसएफ के जवान, 15,610 सीआईएसएफ के जवान, 5,747 सशस्त्र सीमा बल के जवान, 4,736 आईटीबीपी के जवान, 660 एनडीआरएफ के जवान और 349 एनएसजी के जवान संक्रमित हुए हैं. फरवरी 2021 से इन जवानों के वैक्सीन की खुराकें दी जाने लगी. अब तक 99 प्रतिशत जवानों को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है जबकि 90 प्रतिशत जवानों को दूसरी खुराकें भी मिल चुकी है. जब से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई तब तक ज्यादातर जवानों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराकें मिल चुकी है.