माइनस 30 डिग्री में भी चकाचक रहेगा सफर, सामने आया जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत का फर्स्ट लुक

जम्मू से श्रीनगर के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का रेल यात्रियों को लंबे समय से इंतजार है. इस ट्रेन के शुरू होने के बाद दोनों शहरों के बीच की कनेक्टिविटी बेहद आसान हो जाएगी. इससे दोनों शहरों के बीच की यात्रा का समय घटकर महज 3 घंटे 10 मिनट का रह जाएगा. जम्मू से श्रीनगर के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस देश में चल रही दूसरी ट्रेनों से काफी अलग होगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार सुबह नई तरह की वंदे भारत का फर्स्ट लुक से पर्दा उठा दिया. रेल मंत्री ने नई वंदे भारत के फीचर्स वाला वीडियो अपने एक्स अकाउंट (पहले ट्विटर) पर शेयर किया है.
यह वीडियो को लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है. एक्स पर शेयर किये गए वीडियो में श्रीनगर के लिए चलने वाली वंदे भारत के फीचर्स के बारे में विस्तार से बताया गया है. इसमें बताया गया है कि श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस को खास बनाने के लिए इसमें कई नए फीचर्स शामिल किये गए हैं. ट्रेन के कोच में वॉटर टैंक सिलिकॉन हीटिंग पैड, हीटिंग प्लंबिग पाइप लाइन लगाए गए हैं. ये दोनों ही भारी ठंड में पानी को जमने से रोकेंगे. वीडियो में यह भी बताया गया कि नई वंदे भारत के ड्राइवर केबिन में ट्रिपल एयर विंड स्क्रीन दी गई है, इसके मिडिल पार्ट में हीटिड फिलामेंट दिया गया है, यह बर्फ के बीच भी काफी कारगर है.
हीटिड फिलामेंट से शीशे पर बर्फ नहीं जमेगा
लोकोपायलट के शीशे पर हीटिड फिलामेंट के कारण बर्फ जमने की समस्या नहीं होगी. ज्यादा ठंड में भी शीशा गर्म रहेगा. ट्रेन के वॉशरूम में भी ठंड से बचाव के लिये हीटर लगाए गए हैं. माइनस 30 डिग्री टेम्परेचर तक भी इस ट्रेन में आप यात्रा कर सकते हैं. कोच की विंडो में भी हीटिंग सिस्टम दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि ट्रेन को कोच को गर्म रखने के लिए इनमें हीटर लगाए गए हैं. जम्मू-कश्मीर में पड़ने वाली ठंड के मद्देनजर ट्रेन में खास तरह के इंतजाम किये गए हैं. देश की ट्रेनों में पहली बार इस तरह के इंतजाम किये गए हैं.
ट्रेन और मालगाड़ियों के आगे चलेगी बर्फ हटाने वाली ट्रेन
श्रीनगर रूट पर ट्रेन और मालगाड़ियों के आगे एक बर्फ हटाने वाली ट्रेन चलेगी ताकि सालभर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सके. इसके अलावा ट्रेन में कंपन को कम करने के लिए हाई क्वालिटी वाले एंटी-वाइब्रेशन भूकंप रोधी उपकरण लगाए गए हैं. इसके अलावा ट्रेन में एक ऐसा सिस्टम लगा है जो हवा को गर्म रखता है. इससे बहुत ज्यादा ठंड में भी ब्रेक ठीक तरह से काम करते रहते हैं. ट्रेन के टॉयलेट में लगे गर्म हवा के पाइप से यात्रियों को ठंड नहीं लगेगी. दूसरी ट्रेनों के मुकाबले इस ट्रेन में चौड़े-चौड़े गैंगवे दिये गए हैं.
ट्रेन में हवाई जहाज की तरह वैक्यूम टॉयलेट
इसके अलावा सभी वंदे भारत की तरह इसमें भी ऑटोमैटिक प्लग दरवाजे, जो अपने आप खुलते-बंद होते हैं. ट्रेन में मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए सॉकेट्स लगे हुए हैं, ट्रेन में मनोरंजन के लिए सिस्टम लगे हुए हैं जैसे कि टीवी या म्यूजिक सिस्टम. इसके अलावा सिक्योरिटी फीचर को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स, यानी ट्रेन में हवाई जहाज की तरह टॉयलेट हैं, इनमें पानी का यूज कम होता है.
जम्मू स्टेशन को भी नए सिरे से बनाया जा रहा
आपको बता दें नए बनाए गए जम्मू डिवीजन के अंतर्गत 111 किमी लंबे कटरा-बनिहाल सेक्शन का अंतिम सेफ्टी इंस्पेक्शन शुरू हो गया है. यह सेक्शन काफी अहम है क्योंकि यह जम्मू को कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) से जोड़ता है. इसके शुरू होने के बाद निर्बाध रेल कनेक्टिविटी का लंबे समय से लंबित सपना साकार हो रहा है. जम्मू स्टेशन को भी नए सिरे से बनाया जा रहा है. यहां आठ नए प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे और यात्रियों को काफी सुविधाएं दी जाएंगी. वंदे भारत ट्रेन में आठ कोच होंगे और यह पहले कटरा से श्रीनगर के बीच चलेगी.
बनिहाल से कटरा तक का रेलवे ट्रैक बहुत ही खास है. इस रास्ते में 97 किलोमीटर लंबी सुरंगें हैं और 7 किलोमीटर के तहत चार बड़े पुल हैं. इस रेलवे लाइन पर शानदार इंजीनियरिंग का काम हुआ है. इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल शामिल है. यह पुल चिनाब नदी के ऊपर बना है और इसकी ऊंचाई 359 मीटर है. इसे बनाने के लिए 30,000 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है. यह पुल इंजीनियरिंग की बड़ी उपलब्धि है. इस रास्ते पर एक और खास पुल है, जो अंजि नदी पर बना है.